Saturday, 9 March 2013

तेरी अंखिया हैं जादू भरी, बिहारी मैं तो कब से खड़ी । सुनलो मेरे श्याम सलोना, तुमने ही मुझ पर कर दिया टोना । मेरी अंखियां तुम्ही से लड़ी, बिहारी मैं तोकब सेखड़ी ॥ तुम सा ठाकुर और ना पाया, तुमसे ही मैंने नेहा लगाया । मैं तो तेरे ही द्वार पे पड़ी, बिहारी मैं तो कब से खड़ी ॥ कृपा करो हरिदास के स्वामी,बांके बिहारी अन्तर्यामी । मेरी टूटे ना भजन की लड़ी, बिहारी मैं तो कब से खड़ी ॥ ♥ जय श्री राधे कृष्णा ♥


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